चौकीदार शब्द भी
पेटैंट हो गया
जब से देश का राजा
प्रधान SERVANT हो गया
अब चौकीदार को कुछ कहो
तो चाटुकार चिल्लाते हैं
पता नहीं क्यूं हर बात
दिल पे ले जाते हैं
अरे तीखा लगा थोड़ा
तो पी लो ठंडा पानी
अभी तो बाकी है
आनी-आनी वाली कहानी
आनी-आनी के हाथ में
मानों देश का हर 'आना' है
चौकीदार से आनी-आनी का
रिश्ता बड़ा पुराना है
चौकीदार बना राजा
या राजा ने की चौकीदारी
सोती रही देश की जनता
आनी-आनी से निभाई यारी
दिन महीने बरसों की
हदें सब कर दी पार
पक्की यारी निभाकर चमकाया
आनी-आनी का कारोबार
जनता चिल्ला रही सुनिए राजा जी
हम लोगों की परेशानी
राजा जी को गोदी में
खिला रहे आनी-आनी
आनी-आनी और राजा का
कैसा ये चमत्कार है
पढ़े लिखे डिग्रीधारी बने
अंधभक्त चाटुकार हैं
मुश्किल जनता की
ना लेती कम होने का नाम है
सवाल पूछना घोषित हुआ
देश द्रोह का काम है
हे आनी... हे राजा
बजा दिया है तुमने मिलकर
देश मेरे का बाजा
कब तक आखिर जनता को
झूठ-कपट से भरमाओगे
इस बार के झटके से नहीं संभले
तो फिर बिल्कुल साफ हो जाओगे
इतिहास के पन्नों को पलट लेना
पता चलेगी दास्तान पुरानी
जब जनता सोच लेती है बदलाव
तो लिख देती है नई कहानी
अच्छा भईया! विदा लेता हूं
कहा सुना सब माफ हो
मन की बात कहने से पहले
मन का मैल तो साफ हो
गगन
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